100 ( हिंदी के महत्वपूर्ण मुहावरे ) Most important muhavare in hindi
100 हिंदी के महत्वपूर्ण मुहावरे - Most important muhavare in hindi
हिंदी कक्षा 10 में सबसे महत्वपूर्ण मुहवारे ( Most important muhavare in hindi class 10 ) हिंदी कक्षा १० मुहवारे अध्याय | 10 वीं या 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए शीर्ष पर्यायवाची शब्द ( Top muhavare for 10th or 12 class student ) और बोर्ड परीक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ सामग्री प्रदान करते ( Provide the best material for the board exam muhavare) हैं । अलग - अलग बोर्ड परीक्षा Or details for a government job Question ( Important Question for Separate Bord Examination or in Goverment Job )
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हिंदी के महत्वपूर्ण मुहावरे हिंदी बोर्ड एग्जाम के लिए महत्पूर्ण है हम इस पोस्ट के जरिए आप को एग्जाम की तैयारी के लिए महत्पूर्ण (Important Exam As SSC And Other Compatative Exam , Indian Army Exam Preparetion etc. Current affairs Updates this Platform )
1. अंधे की लाठी (एकमात्र सहारा)---- कमल अपने वृद्ध माता-पिता के लिए अंधे की लाठी था!
2. अंत बिगड़ना (अंतिम दिनों में बुरा करना)---- पंकज की नौकरी तो जाने ही वाली थी रुपयों की हेराफेरी करके उसने अपना अंत बिगाड़़ लिया!
3. अक्ल पर पत्थर पड़ना (बुद्धि नष्ट होना)--- मेरी ही अक्ल पर पत्थर पड़ गए थे जो बैंक की नौकरी छोड़ बैठा!
4. अकल चरने जाना (बुद्धि से कामना लेना)--- बड़े भाई पर हाथ उठातेेेेे समय मेरी अक्ल चली गई थी!
5. अगर मगर करना (हुज्जत तक करना, टालमटोल करना)---- सुनीता किसी केेे द्वारा कही कही गई बात को बिना अगर मगर किए स्वीकार ही नहीं करती।
6. अपना उल्लू सीधा करना (स्वार्थ सिद्ध करना)--- आजकल नेता लोग वोट के लिए खुशामद करके अपना उल्लू सीधा करते हैं।
7. अपने पैर पर आप कुल्हाड़ी मारना (अपनी हानि स्वयं करना)---- पढ़ाई का समय व्यर्थ में गवा कर तुमने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है।
8. अपना सा मुंह लेकर रह जाना(लज्जित होना)--- राजेश की अंगूठी बात की वास्तविकता का जब सभी सहकर्मियों को पता चल गया तो राजेश अपना सा मुंह लेकर रह गया।
9. अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना (अपनी प्रशंसा स्वयं करना)---- आजकल के नेता अपने मुंह मियां मिट्ठूू बनने मैं गर्व का अनुभव करते हैं।
10. अपने पैरों पर खड़ा होना (स्वावलंबी होना)--- विकास के माता-पिता उसकी शादी करना चाहते थेेेेे लेकिन उसने कहा कि जब तक वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं होगा तब तक शादी नहीं करेगा।
11. अंक लगाना (स्नेह से लिपटा लेना)--- जब रवि एक महा बाद खेलो मैं पुरस्कार लेकर वापस लौटा तो दादी ने उसे अपने अंक लगा लिया।
12. अंगारे सिर पर रखना (विपत्ति मूल लेना)--- सभी कार्य सोच समझकर करनी चाहिए सीता का हरण कर रावण ने बेवजह अंगारे सिर पर रख लिए।
13. अंगार उगलना (कठोर बात कहना)--- वह बाते क्या कर रहा था मानो अंगारे उगल रहा था।
14. अंगूठी का नगीना---- राम के लिए सीता और शिव केेेेेेे लिए पार्वती अंगूठी के नगीने के समान ही थी!
15. अंगूठा दिखाना (अत्यधिक गर्मी पढ़ना)--- जब तक लिपिक नेे उसका कार्य नहीं कर दिया था जब तक वह उसे कुछ राशि देने का वायदा करता रहा काम होतेे ही उसने लिपिक को अंगूठा दिखा दिया!
16. अंडे सेना (घर पर बैठे रहना)---- आपको हड़ताल छोड़ अपने काम पर लौट जाना चाहिए यहां पर अंडेेेेेे सेने से लाभ नहीं होगा।
17. आंख दिखाना (धमकाना)---- वह मुझसे 500 उधार तो बड़ी नम्रताा से मांग कर ले गया अब मैं मांगता हूं तो मुझे आंखें दिखाता है।
18. आंखों पर परदा पड़ना (वास्तविक ना दिखाई देना)--- भारत की आंखों पर तो ऐसा प्रदा पड़ गयाा है कि विश्वासघाती चीन को भी वह अपना मित्र समझ बैठा है।
19. आंखें फेरना (मुंह मोड़ना)--- नीरज नेेेे अपने मित्र को मुसीबत में देखकर आंखेें फेर ली!
20. आंखों में धूल झोंकना (धोखा देना)--- अनेक व्यापारी मिलावट करके ग्राहकों की आंखों मैं धूल झोंक रहे हैं !
21. आंखों का तारा होना (अत्यंत प्रिय होना)--- राम कौश्ल्यया की आंखों के तारे थी!
22. आंखें नीची होना(शर्मिंदा होना)--- घोटाले में पकड़े गए मंत्रियों की आंखें उसी समय नीचे होती हैं जब पत्रकारों द्वारा उनकी तस्वीरें उतारी जाती है।
23. आग में घी डालना (क्रोध को और बढ़ाना)---- किसी भी वाद विवाद के समय बीती बातों का जिक्र आग में घी डालने का काम करता है।
24. आ बैल मुझे मार (मुसीबत मोल लेना) --- रमेश ने अपने अधिकारी की बात ना मानकर मुसीबत मोल ले ली इसे कहते हैं आ बैल मुझे मार।
25. आग बबूला होना( अत्यधिक क्रोधित होना)---- कार्य में लापरवाही वर्तनी का मुख्य दोषारोपण किए जाने के कारण विकास अपने अधिकारी पर आगबबूला हो उठा।
26.आस्तीन का सांप( विश्वासघाती मित्र)--- भारत चीन को मित्र समझता था भारत पर आक्रमण करके उसने स्वयं को आस्तीन का सांप सिद्ध कर दिया।
27.आसमान पर थूकना( महान व्यक्ति पर दोषारोपण करना)--- देश के राष्ट्रपति के ऊपर कदाचार का आरोपण आसमान पर थूकने जैसा है।
28.आसमान के तारे तोड़ना (असंभव काम)----- तुम प्रधानमंत्री बनने के सपने देख रहे हो तुम्हारे जैसे गवार के लिए तो विधायक बनना भी आसमान के तारे तोड़ने से कम नहीं है।
29. आठ-आठ आंसू रोना( अत्यधिक आंसू बहना)--- अपने पिता के स्वर्गवास पर आलोक के साथ परिवार के सभी सदस्य आठ- आठ आंसू रोए।
30.आधा तीतर आधा बटेर( ना इधर का ना उधर का)--- अध्यापक ने अपने छात्रों को समझाया कि यहां तो अंग्रेजी में बात किया करें या हिंदी में बातचीत के दौरान आधा तीर आधा बटेर उचित नहीं।
31.आसमान टूट पड़ना( असंभव घटित होना)--- अवनीश के लिए दूसरे के बहुत महत्वपूर्ण कार्य का भी कोई महत्व नहीं होता उसका तो यही मानना है कि आप काज महाकाज।
33.आकाश पाताल एक कर देना(असीमित प्रत्ययन करना )---- इस वर्ष आई ए एस परीक्षा की तैयारी के लिए सुरेश ने आकाश पाताल एक कर दिया।
34.इज्जत मिट्टी में मिलना( सम्मान नष्ट होना)---- बेटा तुमने तो चोरी करके मेरी इज्जत मिट्टी में मिला दी।
35.इधर की उधर लगाना( चुगली करना)----- इधर की उधर लगाते लगाते ही अनिल ने 2 लोगों के घनिष्ठ संबंध में दरार पैदा कर दी।
36.ईट से ईट बजाना( समूल विनाश करना)--- यदि कोई शत्रु देश भारत पर आक्रमण करने का दुस्साहस करेगा तो भारतीय सैनिक उस की ईट से ईट बजा देंगे।
37. ईद का चांद होना (अधिक दिनों में दिखाई देना)--- भाई विपिन जब से तुम इंजीनियर बने हो ईद का चांद हो गए हो।
38.ईट का जवाब पत्थर से देना (दुष्ट के साथ दुष्टता का व्यवहार करना)--भारत शांति प्रिय देश है परंतु पाकिस्तान ने यदि उसके साथ कोई अनुचित कार्य किया तो ईट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा।
39. उड़ती चिड़िया पहचानना( के पंख गिनना )(दूर से ही वास्तविकता को समझ जाना)---- चोर दरोगा को अपनी चोर ना होने की दुहाई दे रहा था दरोगा ने उससे कहा कि मैं अनाड़ी नहीं हूं मैं उड़ती चिड़िया पहचानता हूं।
40.उलटी गंगा बहना( नियम के विरुद्ध कार्य करना )---मोहन का मित्र सदैव उसके हित की बात करता है परंतु वह उसे अपना विरोधी बताकर हमेशा उल्टी गंगा बहता है।
41. अपना उल्लू सीधा करना( स्वास्थ्य सिद्ध करना)---- राम ने श्याम से ही अपने सारे कठिन कार्य करवा कर अपना उल्लू सीधा करा लिया।
42 . उंगलियों पर नाचना (मनमानी करना)---- स्त्रियां अपने पुरुष को अपनी उंगलियों पर न चाहती हैं।
43. ऊंट के मुंह में जीरा( अति अल्प साधन)--- गुजरात की प्रकृति आपदा से पीड़ित जनता के लिए दो ₹400000 की आर्थिक सहायता तो ऊंट के मुंह में जीरे के समान हैं।
44.एक अनार सौ बीमार( एक वस्तु को प्राप्त करने के लिए बहुत लोग का प्रयास करना)--- आजकल एक छोटी सी नौकरी के लिए सैकड़ों सिफारिशे आती हैं इसी को कहते हैं एक अनार सौ बीमार
45.एक आंख से देखना( समान भाव रखना)--- राजवर्धन एक दयालु एवं प्रजा पालक राजा थे वे सभी को एक आंख से देखते थे।
46.एक ही लकड़ी से हगना( अच्छे बुरे की पहचान ना होना)---- अपराधी के दिनों में अंग्रेजों ने उचित अनुचित का विवेचना करते हुए सभी भारतीय वासियों को एक ही लकड़ी से हार दिया।
47. एक और एक ग्यारह होना( संगठित होना)--- पाकिस्तानियों के संयंत्रों को विफल करने के लिए भारतीयों को एक और एक ग्यारह होना पड़ेगा।
48. ओखली में सिर देना( जानबूझकर मुसीबत को मूल लेना)---- जब ओखली में सिर ही दिया है तब डरना व्यर्थ है
49.कान पर जूं न रेंगना( अनसुनी करना)--- जनता अपनी समस्याओं के समाधान के लिए गुहार लगाती रहती है पर अफसरों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।
50. कच्चा चिट्ठा खोलना (कमियां प्रकट करना)--- विपक्ष दल के नेताओं ने अपनी सारी शक्तियां सरकार का कच्चा चिट्ठा खोलने में ही व्यय कर दी।
51.हाथ पांव मारना (अत्यधिक प्रसन्न करना)--- अपनी बेटी को एमबीबीएस में अच्छे कॉलेज में प्रवेश दिलाने के लिए उसके पिता आशुतोष ने खूब हाथ-पांव मारे लेकिन सफल ना हो सके।
52.काला अक्षर भैंस बराबर (बिल्कुल अशिक्षित)--- तुम अंग्रेजी का अखबार लेकर क्या करोगे तुम्हारे लिए तो अंग्रेजी काला अक्षर भैंस बराबर है।
53. कलेजा ठंडा होना (चेन पढ़ना )---भूतपूर्व मंत्री जी की चुनाव में जमानत जप्त हो जाने पर विपक्षी नेताओं का कलेजा ठंडा हो गया।
54. कलेजे पर सांप लोटना( ईर्ष्या से जल उठाना)--- राघव को नई कार की सवारी करते देकर शीतल के कलेजे पर सांप लोटने लगा।
55.कीचड़ उछालना (दोष लगाना)--- तुम एक साधु पुरुष पर कीचड़ उछाल रहे हो तुम्हें शर्म आनी चाहिए।
56. खटाई में पड़ना( झमेले में पढ़ना)--- अकाल और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदा के समय देश के विकास कार्य खटाई में पड़ जाते हैं।
57. खेत रहना (युद्ध में मारा जाना)--- इराक ईरान युद्ध में लाखों जवान खेत रहे।
58.खून का प्यासा( जानी दुश्मन)--- राम और रहीम आजकल एक दूसरे के खून के प्यासे बने हुए हैं।
59.खून सफेद होना( प्रेम और आदमी की भावना समाप्त होना)--- पिता की मृत्यु के बाद दोनों भाइयों में संपत्ति का बंटवारा क्या हुआ दोनों के तो खून ही सफेद हो गए।
60. खून सूखना( भयग्रस्त होना)--- आतंकवादियों की गतिविधियों के कारण सीमा के निकट रहने वाले लोगों का खून सूखता रहता है।
61.गले का हार होना (बहुत प्रिय हना)--- विमल अपने ननिहाल में आकर अपने नाना के गले का हार बन गया है।
62.गड़े मुर्दे उखाड़ना (पुरानी बातों को याद दिलाना)--- इस दुनिया छोटे-मोटे लड़ाई झगड़े में गड़े मुर्दे उखाड़ कर एक दूसरे को भला-बुरा कहती हैं
63. गागर में सागर भरना( संक्षेप में बहुत कुछ कह देना)---- महा कवि बिहारी ने अपनी सतसई के दोहे में आगर में सागर भर दिया है।
64.गाल बजाना( डिंग मारना)--- मात्र गाल बजाने से ही तुम किसी काम में सफल नहीं हो सकते सफलता के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है।
65.घोड़े बेचकर सोना( निश्चित होना)--- तुम तो अब लड़की की शादी करके आराम से घोड़े बेच कर सो जाओ।
66.घाव पर नमक छिड़कना (दुखी को दुखी करना)--- तुम उस विधवा को हटाने देकर उसके घावों पर क्यों नमक छिड़क रहे हो।
67. घड़ों पानी पड़ना( लज्जित होना )---मोहन सिगरेट पी रहा था कि उसके पिताजी आ गए उस पर घड़ों पानी पड़ गया।
68. घर फूंक तमाशा देखना(अपनी हानि पर आनंदित होना)---- युवाओं को आतंकवाद में फंसा कर आतंकवादी संगठन घर फूंक तमाशा देखने की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं।
69.घी के दिए जलाना( खुशी मनाना )----भ्रष्ट अधिकारी का तबादला होने पर सभी कर्मचारियों ने घी के दिए जलाए
70. चंपत होना( भाग जाना)--- आयकर अधिकारियों के उड़न दस्ते को देखकर बड़े-बड़े व्यापारी शहर से चंपत हो जाते हैं
71.चार चांद लगाना( सोभा बढ़ाना )--- मदर टेरेसा ने कुष्ठ रोगियों के लिए लगे चिकित्सा शिविर में पधार कर आयोजन में चार चांद लगा दिए।
72.चांदी काटना (अधिक लाभ प्राप्त करना)--- आपात स्थिति से पूर्व काले धंधे में लगे व्यक्ति क्रमिक कमी उत्पन्न करके चांदी काट रहे हैं।
73.चिकना घड़ा होना( बेशर्म होना)--- हर आदमी मोहन की बुराई करता है परंतु वह ऐसा चिकना घड़ा है कि उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
74. चींटी के पर निकल आना (अति सामान्य व्यक्ति द्वारा घमंड करना)---- आजकल उसका दिमाग सातवें आसमान पर है जो रोज धमकियां दे रहा है लगता है कि चींटी के पर निकल आए हैं।
75.चिराग तले अंधेरा( सबको सुविधाओ देने वाले का स्वयं सुविधाओं से वंचित रह जाना)--- हमारे अध्यापक महोदय का लड़का पढ़ाई में बहुत कमजोर है इसे कहते हैं चिराग तले अंधेरा
76.छक्के छुड़ाना( बुरी तरह हारना)--- भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा दिए
77.छाती पर मूंग दलना( अत्याधिक कष्ट हो देना)--- तुम को पढ़ा लिखा दिया परिश्रम करो और कोई नौकरी धंधा देखो तब तक मेरी छाती पर मूंग दलते रहोगे
78.छाती पर सांप लोटना( ईर्ष्या होना)-- मेरे लड़की के सरकारी अफसर बन जाने पर रिश्तेदार की छाती पर सांप लोटने लगे
79.टोपी उछालना( बेइज्जत करना )---तुम्हारे पास पैसे हैं इसका अर्थ यह नहीं है कि तुम सब की टोपी उछलते रहो
80. ठगा सा रह जाना( चकित रह जाना)--- जादूगर के प्रत्यक्ष चमत्कारों को देखकर मैं ठगा सा रह गया
81. तिल का ताड़ बनाना (छोटी सी बात को बड़ी बनाना )--- बात तो बहुत छोटी सी थी उन्होंने आपस में झगड़ा करके तिल का ताड़ बना दिया।
82. तीन तेरह होना करना( तितर-बतर करना)--- आयकर का छापा पड़ने से पूर्व ही सेठ नवीन चंद ने अपने कागजों को तीन तेहर कर दिया
83.थाली का बैगन होना (पक्ष बदलते रहना )--- रंजन की बात पर कोई विश्वास नहीं करता वह कभी इस ओर हो जाता है और कभी इस ओर उसे तो थाली का बैगन का कहना चाहिए
84. दूध की नदियां बहना (धन का वैभव दिखाना)--- आजकल के नेतागण अपने पुत्र पुत्रियों के विवाह एक समारोह में जमकर दूध की नदियां बहती हैं।
85.दांत खट्टे करना( हराना) भारतीय सेना ने सन 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे कर दिए थे
86. दांतो तले उंगली दबाना (चकित रह जाना)--- अजंता एलोरा की गुफाओं को देखकर दर्शक गाना दांतो तले उंगली दबा लेते हैं
87.दाल में कुछ काला होना( गड़बड़ होना)--- तुम रात भर सड़कों पर इधर-उधर घूमते रहो जरूर कुछ दाल में काला है
88.दूध का दूध पानी का पानी करना( ठीक न्याय करना)--- न्यायाधीश ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया
89. तोते की तरह रटना( बिना अर्थ समझे पाठ याद करना)--- परीक्षा के समय विद्यार्थी तोते की तरह सब कुछ रख लेते हैं उनको यह समझना चाहिए कि विद्या रखने से नहीं मिलती।
90. नाक काटना( इज्जत गवाना)--- अजय परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ा गया उसने तो विद्यालय की नाक ही कटवा दी
91. नहले पर दहला चलाना( किसी की कही बात को अपनी बात कह कर महत्वहीन सिद्ध करना) --- शेखर राजनीतिक दांव पेज पर अपनी सीखी मारा था कि चंदन ने अपनी बात कह कर उसकी बात गलत कर दी सभी ने कहा कि चंदन ने तो नहले पर दहला चला दिया।
92. नौ दो ग्यारह होना( भाग जाना )--- चोर पुलिस को देखते ही नौ दो ग्यारह हो गया
93. नाक रगड़ना( दीनता पूर्व प्रार्थना करना )--- थोड़ी बहुत सुविधाओं प्राप्त करने के लिए अधिकारियों के सामने नागरा करना अच्छी बात नहीं है।
94.नाक बचाना( इज्जत बचा लेना)--- प्रदीप ने विवाह के समय पर अनिल को धन प्रदान करके उसकी नाक बचा ली।
95. नाकों चने चबाना( अत्यधिक परेशान करना)--- रमेश ने सुरेश से कहा कि तुम मुझे कमजोर समझने की गलती हरगिज़ मत करना मैं तुम्हें नाकों चने ना जवाब दूं तो मेरा नाम बदल देना
96.पानी पानी होना (लज्जित होना)--- मेहमान के सम्मुख अपने नौकर के पुत्री पुत्र के अशिष्ट व्यवहार को देखकर पिता पानी पानी हो गया
97.पहाड़ टूट पड़ना (अत्यधिक मुसीबतें आना)--- राम के पिता की मृत्यु से उसके परिवार पर मानो पहाड़ ही टूट पड़ा!
98.पेट में दाढ़ी होना (अत्यधिक धूर्त होना)--- श्याम की आयु केवल 15 की है किंतु वह बहुत अधिक चालाक है उसकी बातें सुनकर एक व्यक्ति ने कहा कि इस लड़की के पेट में तो दाढ़ी है
99.पापड़ बेलना (बड़ी विपत्ति झेलना)--- आजकल केेे तकनीकी शिक्षा प्राप्त नव युवकों को भी नौकरी पाने के लिए बहुत पापड़ बेलनेेे पड़ते हैंं!
100.पानी उतर जाना(इज्जत समाप्त हो जाना) --- रमेश की चोरी पकड़े जाने के बाद से पड़ोसियों की निगाहें में उसका पानी उतर गया!
101.प्राण हथेली पर रखना (मृत्यु के लिए तैयार रहना )--- भारतीय सैनिक सदैव प्राण हथेली पर रखकर अपने शत्रु का सामना करते हैं
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